पीएम राष्ट्रीय कृषि विकास योजना – नमस्कार दोस्तो आज हम एक बार फिर से आप सभी का आपके अपने पोस्ट में स्वागत करते है आज हम किसानों पे लायी गई एक योजना के बारें में बात करेंगे और जानने की कोशिश करेंगे कि यह योजना क्या है तथा इसमें किस तरह से और किसको लाभ मिल सकता है तो चलिए शुरु करते है बिल्कुल शुरुरवात से।
विषयवस्तु
पीएम राष्ट्रीय कृषि विकास योजना– इस योजना को कैबिनेट द्वारा टिकाऊ कृषि को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री राष्ट्रीय कृषि विकास योजना (पीएम-आरकेवीवाई) और आत्मनिर्भरता के लिए खाद्य सुरक्षा हासिल करने के लिए कृषोन्ति योजना (केवाई) को मंजूरी दी। इसको प्रधान मंत्री ने हरी झंडी दिखाई। जिसके लिए लगभग 1 लाख करोड रुपये का धन रखा गया है।
आज हम इस पोस्ट में केवल प्रधानमंत्री राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के बारें में ही बात करेंगे और जो दुसरी योजना कृषोन्ति योजना है उसके बारें में अलग पोस्ट में।
क्या है पीएम राष्ट्रीय कृषि विकास योजना
यह योजना केंद्र सरकार द्वारा लाया गया है जो टिकाऊ कृषि को बढ़ावा देगी। इस योजना की सबसे खास बात यह है की इसको सभी राज्य अपने स्तर से शुरु करेंगे यानी इस योजना के लिए बजट तो केंद्र देगा लेकिन इसको खर्च राज्य अपने मर्जी से करेंगे। और यह योजना केवल कृषि एवं संबद्ध क्षेत्र के लिए है।
इस योजना का उद्देश्य किसानों के प्रयासों को मजबूत करके, उनके जोखिम को कम करना और कृषि-व्यवसाय उद्यमिता को बढ़ावा देकर खेती को एक लाभकारी आर्थिक गतिविधि बनाना है और साथ में युवाओं को कौशल विकास, नवाचार और कृषि-उद्यमिता से प्रशिक्षण दे कर उन्हे इस क्षेत्र से जोडना।
पीएम राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के घटक क्या है
इस योजना के घटको में राज्य समय समय पे इसमे संंशोधन भी कर सकता है इसके घटक निम्नलिखित हैं-
- गेहूं, धान, मोटे अनाज, छोटे बाजरा, दालें, तिलहन जैसी प्रमुख खाद्य फसलों का एकीकृत विकास
- कृषि मशीनीकरण गतिविधियाँ मृदा स्वास्थ्य को बढ़ाने से संबंधित
- जलग्रहण क्षेत्रों में और उसके बाहर वर्षा आधारित कृषि प्रणालियों का विकास
- जलग्रहण क्षेत्रों, बंजर भूमि, नदी घाटियों का एकीकृत विकास
- राज्य बीज फार्मों को सहायता
- कीट प्रबंधन योजनाएँ
पीएम राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के क्या क्या फ़ायदे है
- फसल-पूर्व और फसल-पश्चात आवश्यक कृषि-बुनियादी ढांचे का निर्माण
- किसानों की आवश्यकताओं के अनुसार राज्यों को स्वायत्तता और लचीलापन प्रदान करना
- मूल्य श्रृंखला संवर्धन से जुड़े उत्पादन मॉडल को बढ़ावा देना
- अतिरिक्त आय सृजन गतिविधियों पर ध्यान केन्द्रित करना
- किसानों के जोखिम को कम करना
- कौशल विकास, नवाचार और कृषि-उद्यमिता से युवाओं को सशक्त बनाना
पीएम राष्ट्रीय कृषि विकास योजना में क्या क्या शामिल किया जायेगा
पीएम राष्ट्रीय कृषि विकास योजना में निम्नलिखित योजनाएं शामिल हैं-
- मृदा स्वास्थ्य प्रबंधन
- वर्षा आधारित क्षेत्र विकास
- कृषि वानिकी
- परम्परागत कृषि विकास योजना
- फसल अवशेष प्रबंधन सहित कृषि यंत्रीकरण
- प्रति बूंद अधिक फसल
- फसल विविधीकरण कार्यक्रम
- आरकेवीवाई डीपीआर घटक
- कृषि स्टार्टअप के लिए एक्सेलेरेटर फंड
इसके पात्रता क्या है-
योजना आयोग द्वारा निर्दिष्ट संबद्ध क्षेत्रों की सूची क्षेत्रीय व्यय के निर्धारण का आधार होगी:
- फसल पालन (बागवानी सहित)।
- पशुपालन एवं मत्स्यपालन, डेयरी विकास।
- कृषि अनुसंधान और शिक्षा।
- वानिकी एवं वन्यजीवन।
- वृक्षारोपण और कृषि विपणन।
- खाद्य भंडारण और गोदाम।
- मृदा एवं जल संरक्षण।
- कृषि वित्तीय संस्थाएँ।
- अन्य कृषि कार्यक्रम और सहयोग।
पीएम राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के फंडिंग पैटर्न क्या है
अब अगर हम इसके वित्त वितरण के बारें में बात करें तो ये निम्न है-
- पूर्वोत्तर राज्य–
- केंद्र सरकार से 90% और राज्य सरकार से 10%
- संघ राज्य क्षेत्र (यूटी)-
- 100% केन्द्रीय सरकार से।
- अन्य सभी राज्य–
- 60% केन्द्र सरकार से तथा 40% राज्य सरकार से।
आवेदन किस तरह से किया जा सकता है?
आवेदन आफलाईन माध्यम से किया जा सकता है
आधिकारिक साइट: rkvy.nic.in
यहांं तक पढने के लिए आपका शुक्रिया, हम पुरी तरह से कोशिश करते है की प्रत्येक लेख मे कोई गलती न हो उसके बाद भी कोई गलती होती हैं तो हम आपसे उस गलती के लिए माफी मांगते है। कृप्या आप इस प्रकरण में हमे अवगत करें जिससे हम उसे जल्द से जल्द सुधार कर सकें। तब तक के लिए आप अपना ख्याल रखें और अपने आस-पास ऐसे माहौल बनायें की महिलायें अपने आपको सुरक्षित महशुस करें,धन्यवाद।
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